Thursday, November 13, 2008

दिल लगाकर लोग अक्सर पछताते हैं

दिल लगाकर लोग अक्सर पछताते हैं ,
जीवन में अक्सर वो दुःख पाते है ,
कभी डरते हैं जमाने से, कभी घबराते हैं बेवफाई से,
फिर भी जाने क्यों ये दिल लगते हैं,
हम तो सच कहते हैं तुमसे आज,
हम तो डरते है जमाने से भी, घबराते हैं बेवफाई से भी,
इससलिए तो उनको दूर से देखकर आते है,
नहीं कहते कभी उनसे की उन्हें दिलोजान से चाहते है,
बस कागज़ पर लिख कर दिल की बातों को चंचल मन बस में लाते है.................

2 comments:

neelima garg said...

very true...

vijay kumar sappatti said...

kya baat hai sir ji,

itni acchi kavita ki bus poocho mat, aur kitni haqiqat hai ..

bahut bahut badhai


vijay
poemsofvijay.blogspot.com