Tuesday, March 17, 2009

बहार आएंगी मेरे जीवन में एक बार ,

बहार आएंगी मेरे जीवन में एक बार ,
ये दिल भी कभी बेकरार होगा ,
निगाह देख रही हे कबसे रास्ता ,
खत्म एक दिन इनका इन्तेजार होगा ,
गुल एक दिन खुलकर मुस्कराएँगे,
फिजा में समाया इंतना प्यार होगा,
होठ चाहकर भी कुछ ना बोल पाएँगे,
बस आँखों ही आँखों में बैटन का दौर होगा
सचिन जैन

Saturday, March 07, 2009

हर दिन नई बात..........



हर दिन नई बात,
हर शाम नए ख्यालात,
फिर एक नई रात और
फिर एक नया सपना,
हर रात एक नया सपना..

सचिन जैन

The image on the Right has been taken from http://www.deviantart.com/print/815907/?itemtypeids=